मध्यप्रदेश के तीन विश्वविद्यालय को कुलपति की जरूरत है जबकि राजस्थान एवं छत्तीसगढ़ को भी कुलपति चाहिए। डॉ. हरिसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए कुलपति का पद रिक्त है, जिसके लिए विज्ञापन जारी हो चुका है तो मध्यप्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय में भी कुलपति का पद रिक्त है। अगले महीने जुलाई में अटल बिहारी हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति रिटायर हो रहे हैं। यहां भी कुलपति की नियुक्ति की प्रकिया आरम्भ हो जाएगी। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय में भी कुलपति का पद रिक्त है। इसके लिए एक बार विज्ञापन जारी हो चुका है जिसे बाद में निरस्त कर कमिश्नर को प्रभार सौंपा गया है। कुलपति के दावेदार विज्ञापन की आस लगाए बैठे हैं। हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय राजस्थान के लिए कुलपति का पद रिक्त है। विज्ञापन जारी कर दिया गया है।
एमसीयू एडजकंट प्रोफेसर निुयक्त, कुछ और भी…
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में तीन एडजंक्ट प्रोसेफर की नियुक्ति की सूचना है। इनमें पहला नाम पत्रकार जयराम शुक्ल का है। इन्हें रीवा परिसर में पदस्थ किया गया है। शुक्ल इसके पहले भी एमसीयू के रीवा परिसर के प्रभारी रह चुके हैं। सत्ता परिवर्तन के पश्चात इन्हें हटा दिया गया था। अब करीब पांच साल बाद उनकी वापसी हुई है।
एमसीयू में दो अन्य के एडजंक्ट प्रोफेसर बनाने की सूचना है। पत्रकार गिरीश उपाध्याय एवं शिवकुमार विवेक हैं। उपाध्याय एवं विवेक लंबे समय से एमसीयू से जुड़े हुए हैं और पूर्व में भी एडजकंट प्रोफेसर रह चुके हैं। खबर यह भी है कि एक रिटायर्ड प्रोफेसर एवं एक अतिथि शिक्षक सहित तीन और को भी एडजंक्ट बनाने की तैयारी है।
एडमिशन की तारीख बढ़ी,
एमसीयू में एडमिशन की तारीख बढ़ा दी गई है। विज्ञापन में मुख्यालय भोपाल कैम्पस एवं रींवा के लिए आवेदन बुलाया गया है।
एमसीयू की दतिया-खंडवा कैम्पस पर संशय
चर्चा है कि दतिया और खंडवा कैम्पस को बंद किया जा रहा है। खंडवा कैम्पस को पुस्तकालय में परिवर्तित किए जाने की सूचना एमसीयू से मिल रही है लेकिन बंद किए जाने की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। संभावना है कि इस माह प्रस्तावित एमसीयू की महापरिषद की बैठक में कोई निर्णय लिया जाए.