एमसीयू में 9 साल बाद पीएचडी की वापसी, पीआईबी में युवाओं को मिलेगा मौका

पीआईबी में युवाओं को मौके, यहां 9 साल बाद पीएचडी होगी

*पीआईबी में युवाओं को मौके*
प्रेस इनफारमेंस ब्यूरो में प्रतिभावान मीडिया युवाओं को कांट्रेंक्ट बेसिस पर लिया जाना है. 20 पदों के लिए माँगे गए आवेदन हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में युवाओं को अवसर है. 35 वर्ष तक के युवा जिनके पास मीडिया की डिग्री है, वे आवेदन कर सकते हैं. दो साल का अनुभव जरूरी अर्हता में बताया गया है. आवेदक को लिखने की स्किल्स के साथ प्रेस विज्ञप्ति बनाना, अनुवाद करना और शोध कार्य के साथ भारत सरकार की योजनाओं पर कार्य करना होगा. डिटेल पीआईबी के साईट पर देखा जा सकता है.

*मध्यप्रदेश में बनेगा बहुभाषी शब्दावली*

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी मातृभाषा के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए बहुभाषी शब्दावली निर्माण किए जाने की जानकारी दी गई. केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित कार्यशाला में हिन्दी ग्रंथ अकादमी के अफसरों ने यह जानकारी दी. मध्यप्रदेश का यह कदम सराहनीय है.

*सीधी भर्ती के अवसर*
राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय किशनगढ़ में सात पद सीधी भर्ती के लिए विज्ञाप्ति किए गए हैं. रसायन विज्ञान, कम्प्यूटर विज्ञान, सांख्यिकी, योग एवं अर्थशास्त्र विषय के लिए रिक्ति की सूचना कुलसचिव के हस्ताक्षर से जारी हुआ है. योग्य उम्मीदवार विश्वविद्यालय की वेबसाईट पर डिटेल देख सकते हैं.

*30 तक उर्दू पांडुलिपि माँगी गई, 15 तक सम्मान*
मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी संस्कृति परिषद ने साल 25-26 के लिए उर्दू पांडलिपि के प्रकाशन एवं प्रकाशन के लिए अनुदान के लिए पांडुलिपि आमंत्रित किया गया है. आवेदन की तारीख 30 जुलाई है. इसी तरह मध्यप्रदेश संस्कृति विभाग के विभिन्न राष्ट्रीय सम्मान के लिए आवेदन की तिथि 15 जुलाई अंतिम है. डिटेल जानने के लिए संस्कृति विभाग का वेबसाइट देखा जा सकता है.
*इन पर मुहर लगी एमसीयू* महापरिषद की बैठक में

टलते-टलते आखिरकार माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय की महापरिषद की बैठक हो गई. बैठक में में वर्तमान आवश्यकताओं के अनुसार साइबर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर केंद्रित पाठ्यक्रम आरंभ किए जाएं साथ ही विश्वविद्यालय, मीडिया के क्षेत्र में एडवांस्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट के रूप में अपनी पहचान बनाने की बात महापरिषद के मुखिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कही. उन्होंने राज्य शासन द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं के संप्रेषण और उनकी प्रभावशीलता के सर्वेक्षण संबंधी गतिविधियां भी विश्वविद्यालय में आरंभ करने की आवश्यकता बताई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विश्वविद्यालय के रीवा और खंडवा परिसरों में रोजगार परक पाठ्यक्रम संचालित करने संबंधी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत एक वर्षीय स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम आरंभ करने स्वीकृति प्रदान के साथ ही रीवा परिसर के सभागार का नाम लाल बलदेव सिंह सभागार रखने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की।

*9 वर्ष बाद पीएचडी कराएगा एमसीयू*
एमसीयू के पी.एचडी. अधिनियम को यू.जी.सी. पीएचडी अधिनियम 2022 के अनुसार अद्यतन कर इस आधार पर पी. एचडी पाठ्यक्रम में प्रवेश प्रक्रिया आरंभ करने की स्वीकृति भी प्रदान की गई।

विश्वविद्यालय के नवीन मीडिया प्रौद्योगिकी विभाग में अध्ययनरत विद्यार्थियों को प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग विषय का व्यवसायिक प्रशिक्षण देने के लिए प्रिंटिंग प्रेस व लैब तथा पैकेजिंग लैब की स्थापना का प्रस्ताव भी स्वीकृत हुआ।

*बातें हैं बातों का क्या*
सुना है कि कुलपति बनने के आकांक्षी एक प्रोफेसर को तब निराशा हाथ लगी जब उन्हें हरिदेव जोशी विश्वविद्यालय की सर्च टीम ने योग्यता के अनुरूप नहीं पाया और उन्हें कुलपति की दौड़ से बाहर कर दिया. अब प्रोफेसर महाशय दूसरे विश्वविद्यालय में कोशिश में लगे हैं. हालांकि अभी वहां कुलपति के लिए विज्ञापन भी जारी नहीं हुआ है. वैसे भी फील्डिंग करने में क्या बुराई है.